बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकीसरल प्रश्नोत्तर समूह
|
0 5 पाठक हैं |
बीए सेमेस्टर-5 पेपर-2 शारीरिक शिक्षा - खेलों में पेशीगति विज्ञान एवं जैव यान्त्रिकी - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 2
गुरुत्व का केन्द्र एवं गुरुत्व की रेखा
(Kinesiological Fundamental Movements,
Center of Gravity and Line of Gravity)
प्रश्न- आधारभूत गतियों को विस्तार से स्पष्ट कीजिए।
अथवा
आधारीय गतियों को समझाइये |
उत्तर -
मानव शरीर बहु- सन्धि रचना है जो कई गतिशील खण्डों का बना है। संरचनात्मक खड़े होने की अवस्था शरीर संचलनों के लिए संदर्भ तथ्य है। दो या दो से अधिक अस्थियों का संधियोजन विभिन्न प्रकार के संचालन होने देता है। सन्धि की रचना प्रत्येक सन्धि के संचलन के प्रकार और इसकी मात्रा को निर्धारित करती है।
निम्न प्रकार की आधारभूत गतियाँ
संचलन का अध्ययन तल तथा अक्ष को ध्यान में रखकर किया जाता है। नीचे विभिन्न प्रकार के संचालनों / गतियों का संक्षेप में वर्णन किया जाता है-
आंकुचन
आंकुचन झुकने से सम्बन्ध रखता है। यह एक ऐसा संचलन है जिसमें दो निकटवर्ती खण्ड एक- दूसरे की तुलना में अपनी अवस्था बदल देती है। संचलन सन्धि के कोण को कम करता है।
संरचनात्मक अवस्था में कन्धा असाधारण है। इसमें आंकुचन सदा आगे की ओर होता है। जानु असाधारण है।
आंकुचन खण्डों के संयोजन तथा लचकीले खण्डों को कम करने का यत्न करता है, विस्तार उन्हें बड़ा करने और उनके दीर्घ अक्षों को सीध में लाने का प्रयत्न करता है।
फैलाव
फैलाव आंकुचन स्थिति से वापस संरचनात्मक स्थिति में आना है। इस प्रकार यह आंकुचन के विपरीत है। इस प्रकार का फैलाव का अर्थ अस्थियों को सीधा करना तथा एक-दूसरे से दूर ले जाना। इस अवस्था में खण्डों के बीच बना कोण बढ़ जाता है।
अपावर्तन
अपावर्तन शरीर की मध्य रेखा से दूर ले जाने का संचलन है। यह शब्द सामान्यतः निम्न छोर को एक ओर उठाने के लिए प्रयोग किया जाता है। जैसे टाँग को ऊपर उठाने में। अभिवर्तन
अभिवर्तन अपावर्तन का उल्टा है। यह अपावर्तन में वापसी का संचालन है। इस प्रकार यह शरीर के मध्य रेखा की ओ22र संचलन है। सममितार्थी (Saggital) तल।
अति अंकुतन - अति का अर्थ है लगभग परे या सामान्य से अधिक आंकुचन की क्रिया में यदि संचलन 180° से बढ़ जाए तो यह अति आंकुचन कहलाता है। यह केवल शोल्डर ( Shoulder) सन्धि में सम्भव है।
अति विस्तार
यह संरचनात्मक स्थिति से अधिक विस्तार है और संरचनात्मक स्थिति से पीछे की ओर संचलन को अति विस्तार कहते हैं।
पार्श्व आंकुचन
संचलन जिसमें दो समीपवर्ती अस्थियाँ पार्श्व स्थिति में आपस में (दोनों ओर से ) आती हैं। यह सिर या धड़ को एक या दूसरी ओर झुकाने से संबंधित है।
पार्श्व विस्तार
यह पार्श्व आंकुचन के उलट है। यह पार्श्व संकुचन से वापसी में शरीर खण्डों की खड़ी स्थिति में लाना है।
पृष्ठीय आंकुचन
पाँव के ऊपरी या पृष्ठीय सतह को टाँग को आगे की सतह (अन्तर्जाघिका) की ओर ले जाना।
पादतल आकुंचन
यह पृष्ठीय आकुंचन का उलट है। यह टाँग की अगली सतह (अन्तर्जाधिका) से पाँव को परे ले जाना है।
घूर्णन
घूर्णन अस्थि के अनुलम्ब अक्ष के गिर्द शरीर के भाग की गति (कोणीय गति) का घूर्णन (Rotation) है।
अन्दर की ओर घूर्णन
अन्दर की ओर घूर्णन अग्र सतह से मध्य रेखा या शरीर के अनुलम्ब अक्ष की ओर संचलन है जब प्रगण्डिका का (humerus) शरीर की ओर मुड़ती है।
बाहर की ओर घूर्णन
बाहर की ओर घूर्णन से शरीर का भाग मध्य रेखा के बाहर की ओर संचलन होता है तब प्रगण्डिका बाहर की ओर मुड़ती है।
ऊपर की ओर घूर्णन
ऊपर की ओर घूर्णन गुरुत्व के विरुद्ध घूर्णन है जैसे स्कंधास्थि (Scapula) में उत्तान (गलीनॉयड) को घुमना।
नीचे की ओर घूर्णन
यह ऊपर की ओर घूर्णन है जैसे ऊपरी घूर्णन से सामान्य अवस्था में उत्तानगुहा (गलीनॉयड फोरसा) की वापसी है।
अन्तर्वर्तनी
यह पाँव का अन्दर की ओर घूर्णन है अर्थात् पाँव के तल को अन्दर की ओर मोड़ना, भार पाँव के बाहरी सिरे पर।
बहिवर्तन
यह अन्तवर्तन का उलट है। पाँव के तल को अन्दर की ओर मोड़ना, भार पाँव के बाहरी सिरे परे।
उत्थापन
उत्थापन स्कंधास्थि (Scapula) संचलन है जिसमें अनुलम्ब तल अन्दर की ओर, भार पाँव के भीतरी सिरे पर।
धसकन
स्कंधास्थि का उत्थापन की अवस्था से सामान्य अवस्था में वापसी
अपाकुंचन
कन्धों का आगे की ओर संचलन
आकुंचन
अपाकुंचन का उलट। यह कन्धों के पीछे की ओर संचलन है।
ऊपर की ओर मुड़ना
स्कंधास्थि का अग्र अक्ष पर घूमना ताकि पीछे की सतह ऊपर की ओर और पीछे से निम्न कोण उभर कर आए।
पर्यावर्तन
यह शरीर के खण्ड का वृत्तीय या शकु के प्रतिरूप में संचलन है। यह एक अनुक्रम में किसी भी दिशा में किये गए आकुंचन, अति आकुंचन, विस्तार तथा अति विस्तार का संयोजन है।
अवतानन
यह अग्र बाहु का भीतर की ओर घूर्णन है अर्थात् हाथ की हथेलियों को नीचे की ओर घुमाने की क्रिया।
उत्तानन
यह अवतानन का उलट है। यह अग्रबाहु का बाहर की ओर घूर्णन है अर्थात् हाथ की हथेलियों को ऊपर की ओर मोड़ने की क्रिया।
|
- प्रश्न- किन्सियोलॉजी (Kinesiology) क्या है? इसके लक्ष्य एवं उद्देश्यों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- पेशीय विज्ञान के सिद्धान्त एवं लाभ का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अंग संचालन विज्ञान से आप क्या समझते हैं? इसकी आवश्यकता एवं महत्त्व को स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- किन्सियोलॉजी पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिये।
- प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में किनिसियोलॉजी की भूमिका स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशीय विज्ञान का शारीरिक शिक्षा में लाभ क्या है? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशियों की भूमिका से क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशीय विज्ञान (गतिविज्ञान) से क्या समझते हो? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशियों का विकास किन सिद्धान्तों को ध्यान में रखकर किया जाता है? प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- अंग संचालन विज्ञान की आवश्यकता एवं महत्त्व का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- आधारभूत गतियों को विस्तार से स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- शारीरिक शिक्षा में गति के नियम व उनका शारीरिक क्रियाओं में उपयोग स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- आधारीय गतियों को समझाइए।
- प्रश्न- गति विज्ञान के नियम का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- प्रतिक्रिया एवं संवेग के नियम का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- गुरुत्व केन्द्र व गुरुत्व रेखा पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- अक्ष एवं तल पर टिप्पणी लिखिये ?
- प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं के उदाहरण के साथ परिभाषाएँ लिखिये। अथवा स्तर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- अक्ष या धुरी पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- अक्ष और तल में क्या संबंध है ? इनका उपयोग किसलिये होता है?
- प्रश्न- तल कितने प्रकार का होता है?
- प्रश्न- अक्ष को अन्य किस नाम से जानते हैं ? इसके प्रकार बताइए।
- प्रश्न- शरीर में पाये जाने वाली संधियों का सचित्र वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- मांसपेशी से आप क्या समझते हैं? मांसपेशियों के प्रकार का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- अस्थि पिंजर पेशियों के वर्गीकरण का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- सारटोरिअस और क्वाड्रीसेप्स पेशियों पर संक्षिप्त टिप्पणी कीजिए।
- प्रश्न- मानव शरीर की किन्हीं दो माँसपेशियों का चित्र बनाकर खेलों में उनकी कार्यप्रणाली को समझाइए।
- प्रश्न- सन्धियों की गति की संक्षिप्त विवेचना कीजिये।
- प्रश्न- स्थिर जोड़ तथा मामूली हिलन योग्य जोड़ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- पेशीय संकुचन से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- डेल्टाइड पेशी पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
- प्रश्न- निम्नलिखित मांसपेशीय के समीपस्थ एवं दूरस्थ जोड़ लिखिए -(i)बाईसेप्स, (ii)हैमस्ट्रिंग, (iii) गैस्ट्रोनोमिनिस।
- प्रश्न- मांसपेशी के समीपस्थ एवं दूरस्थ जोड़ लिखिए।
- प्रश्न- माँसपेशीय संकुचन को वर्गीकृत कीजिये।
- प्रश्न- ऐच्छिक माँसपेशियों के महत्वपूर्ण तत्व और कार्यविधि का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- अनैच्छिक मांसपेशियों के प्रमुख तत्वों का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- हृदय के मुख्य तत्व कौन-से हैं ? इसके मुख्य कार्य संक्षेप में बताये।
- प्रश्न- ऐच्छिक पेशी और अनैच्छिक पेशी में क्या अन्तर है ?
- प्रश्न- ऐच्छिक पेशी और अनैच्छिक पेशी और हृदय पेशी में क्या अन्तर हैं स्पष्ट कीजिये ?
- प्रश्न- मानव शरीर का माँसपेशी सिस्टम क्या है ? इसका वर्गीकरण कीजिये।
- प्रश्न- ऊपरी अग्रांग ( Upper Extremity) से आप क्या समझते हैं ? संक्षिप्त व्याख्या कीजिये।
- प्रश्न- निचले अग्रांग की सम्पूर्ण शृखंला को समझाये। इसका विस्तार से उल्लेख कीजिये।
- प्रश्न- कन्धे के जोड़ (Shoulder Joints) से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- एल्बो ज्वाइंट (कोहनी के जोड़) से आपका क्या अभिप्राय है संक्षेप में बताये?
- प्रश्न- गर्दन की गतिविधियाँ संरचना पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
- प्रश्न- मानव शरीर में धड़ का क्या महत्व है ?
- प्रश्न- कूल्हे का जोड़ (Hip Joint) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये-
- प्रश्न- घुटने के जोड़ की संरचना समझाये।
- प्रश्न- कुहनी के जोड़ से आपका क्या अभिप्राय है?
- प्रश्न- न्यूटन के गति विषय नियम की उदाहरण सहित व्याख्या कीजिए।
- प्रश्न- चाल के न्यूटन के सिद्धान्तों को समझाइए एवं उदाहरण सहित इन सिद्धान्तों की खेलकूद में उपयोगिता बताइए।
- प्रश्न- न्यूटन के गति के तीसरे नियम को उदाहरण सहित समझायें।
- प्रश्न- क्रिया-प्रतिक्रिया के नियम का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- त्वरण के नियम सम्बन्धी सिद्धान्तों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- न्यूटन के प्रथम नियम (जड़त्व का नियम) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये
- प्रश्न- न्यूटन के गति के नियम से क्या अभिप्राय है ?
- प्रश्न- घर्षण का अर्थ और प्रकार का वर्णन कीजिये।
- प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं? खेल कौशल प्रदर्शित करते समय बल का प्रभावी उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है? उदाहरण सहित समझाइये।
- प्रश्न- घर्षण बल से आप क्या समझते हैं? खेलकूद में घर्षण के सिद्धान्तों का प्रयोग स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- खेल खिलाड़ियों में बल और बल आघूर्ण के महत्त्व को बताइए।
- प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं ? बल के प्रकारों की व्याख्या करते हुए खेलों में इसका प्रभावी उपभोग किस प्रकार किया जा सकता है ?
- प्रश्न- बल की परिभाषा दीजिए। बल के प्रभाव तथा स्त्रोतों का वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- बल के सिद्धान्त से आप क्या समझते हैं? बल के सामान्य सिद्धान्त की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- बल का मात्रक क्या है? उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- अभिकेन्द्रीय बल से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- अपकेन्द्रीय बल पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- चुम्बकीय बल या दबाव के बल पर प्रकाश डालिए।
- प्रश्न- अपकेन्द्रित बल के सिद्धान्त का उल्लेख कीजिए।
- प्रश्न- उत्तोलक को परिभाषित करते हुए वर्गीकरण कीजिए और उचित उदाहरण की सहायता से खेल में इसके उचित उपयोग को बताइए।
- प्रश्न- उत्तोलन दण्ड की कृतियों की विवेचना कीजिए।
- प्रश्न- "मानव शरीर एक उत्तोलक के रूप में कार्य करता है "इस कथन से आप कहाँ तक सहमत हैं?
- प्रश्न- लीवर की यांत्रिक सहायता पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- खेल उपकरण का लीवर के रूप में उपयोग बताइये।
- प्रश्न- प्रथम श्रेणी के उत्तोलक की परिभाषा दीजिए।
- प्रश्न- उत्तोलक की भुजा व प्रकार लीजिए।
- प्रश्न- Ist क्लास लीवर और III rd क्लास लीवर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- उत्तोलक से क्या अभिप्राय है। यह कितने प्रकार का होता है ?
- प्रश्न- सरल मशीन से क्या अभिप्राय है? यह कितने प्रकार की होती हैं?
- प्रश्न- उत्तोलक (लीवर) का मानव शरीर में क्या प्रयोग है?
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी में चाल, वेग, त्वरण, दूरी और विस्थापन को परिभाषित कीजिये
- प्रश्न- गतिकी से संबंधित प्रमुख तथ्य कौन-से हैं ?
- प्रश्न- आदिश और सदिश राशि से आप क्या समझते हैं ? दोनों में अन्तर बताये।
- प्रश्न- शारीरिक क्रियाओं में त्वरण एवं संवेग को उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- निम्नलिखित में से किन्हीं दो के बारे में लिखिये। (i) त्वरण (ii) वेग
- प्रश्न- जीव यांत्रिकी के अर्थ और क्षेत्र का विस्तापूर्वक वर्णन कीजिए।
- प्रश्न- संवेग एवं त्वरण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये। अथवा त्वरण पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- खेलों के प्रदर्शन का मूल्यांकन क्या है? स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- द्रव्यमान एवं भार पर टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी विज्ञान में रेखीय वेग और कोणीय वेग से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- दूरी और विस्थापन में अन्तर बताये ?
- प्रश्न- चाल और वेग में क्या अन्तर है?
- प्रश्न- "विराम के जड़त्व के नियम से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- गति के जड़त्व से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- त्वरण के नियम से आपका क्या अभिप्राय है ? इसे अन्य किस नाम से जाना जाता है?
- प्रश्न- शुद्ध गतिकी विज्ञान में किसका अध्ययन किया जाता है ?
- प्रश्न- जैव- यांत्रिकी का क्षेत्र स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- गतिज विज्ञान में सन्तुलन से आप क्या समझते हैं? इसके सिद्धान्त और प्रकारों का वर्णन कीजिये?
- प्रश्न- बल कितने प्रकार का होता है ? यह वस्तुओं को किस प्रकार प्रभावित करता है ?
- प्रश्न- गति विज्ञान की आवश्यकता एवं महत्त्व को स्पष्ट कीजिये।
- प्रश्न- पेशीय गति विज्ञान का शारीरिक शिक्षा एवं खेल में महत्त्व स्पष्ट कीजिए।
- प्रश्न- ऊर्जा किसे कहते हैं ? ऊर्जा के प्रकार बतायें।
- प्रश्न- गुरुत्व केन्द्र से क्या अभिप्राय है ?
- प्रश्न- मानव शरीर में गुरुत्व केन्द्र पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
- प्रश्न- खेलों में गुरुत्व केन्द्र की क्या आवश्कता है ?
- प्रश्न- बल और संवेग में क्या अन्तर है ?
- प्रश्न- सन्तुलित बल और असन्तुलित बल में क्या अन्तर है ?
- प्रश्न- गतिज विज्ञान (Kinetics) के अन्तर्गत प्रमुख रूप से किसका अध्ययन किया जाता है?
- प्रश्न- 'कोणीय चाल' और 'कोणीय वेग' पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिये।
- प्रश्न- कोणीय त्वरण क्या है ? इसका सूत्र का उल्लेख कीजिये ?
- प्रश्न- गतिज विज्ञान (Kinetics) से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- रेखित गति से आपका क्या अभिप्राय है ?
- प्रश्न- कोणीय संवेग क्या है ?
- प्रश्न- द्रव्यमान (Mass) से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- वजन (Weight) पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखे।
- प्रश्न- बल से आप क्या समझते हैं ?
- प्रश्न- गति से आपका क्या अभिप्राय है?
- प्रश्न- दबाव से आप क्या समझते हैं?
- प्रश्न- (Kinetics) और (Kinematics) में क्या अन्तर हैं ? स्पष्ट कीजिये ?
- प्रश्न- गति विज्ञान के नियम बताइए।